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Tuesday 25 December 2012

काशी के 23 नगरों में स्वामी विवेकानन्द सार्धशती ‘संकल्प दिवस’ का शुभारम्भ

- आज 25 दिसम्बर को काशी महानगर के 23 नगरों में संकल्प दिवस मनाया गया। - 12 जनवरी 2013 को समारोह का भव्य उद्घाटन एवं शोभायात्राएँ - 18 फरवरी को ‘सूर्य नमस्कार महायज्ञ’ - 11 सितम्बर 2013 को ‘भारत जागो दौड़’ - 12 जनवरी 2014 को समारोह का समापन होगा। वाराणसी, 25 दिसम्बर। 25 दिसम्बर 1892 भारत परिक्रमा करते स्वामी विवेकानन्द कन्याकुमारी के नजदीक दक्षिण छोर पर पहुंचे। सामने अथाह सागर मंे देविपादम शिलापर जाकर ध्यानस्थ बैठने की अतितीव्र इच्छा हुई। समुद्र तैरकर पार कर शिला पर पहुंचे गये। 25, 26, 27 दिसम्बर (1892) को भारत की ओर मुंह करके ध्यानावस्था में बैठ गए। भारतमाता के उत्थान पर ही वे ध्यानमग्न रहे। इस प्रेरणादाई दिन 25 दिसम्बर को काशी महानगर के 23 नगरों सहित सम्पूर्ण देश में अनेक स्थानों पर संकल्प दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति समाज के उत्थान के लिए मैं क्या कर सकता हूॅ, का संकल्प ले रहे हैं। संकल्प दिवस का कार्यक्रम शहर के प्रमुख नगरों जैसे विश्व संवाद केन्द्र लंका, ग्लोरियस एकेडमी, निवेदिता शिक्षा सदन महमूरगंज, डी.एल.डब्ब्लू, सिगरा, गोदौलिया आदि स्थानों पर सम्पन्न हुआ। कुल 23 नगरों में लगभग 5000 लोग संकल्प लिया। ग्लोरियस एकेडमी में आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डाॅ. शुकदेव त्रिपाठी, काशी महानगर दक्षिण के विद्यार्थी आयाम के प्रमुख प्रवीण कुमार राय, गंगा नगर के संयोजक शशि सिंह, सह संयोजक रामाज्ञा पाण्डेय, विनोद सिंह राठौर, डाॅ. प्रभाकर द्विवेदी, संतोष पाठक, नगर प्रचार-प्रसार प्रमुख धैर्यवर्धन सिंह, संजीव चैरसियाॅं, इसके अलावा विभाग प्रचारक रत्नाकर जी, राजेन्द्र ओझा, डाॅ. बच्चा लाल अनिल सिंह, सुधीरयादव, सुजीत सिंह, सौरभ जी श्रीश तिवारी, डाॅ. अनिल कुमार सिंह, डाॅ. कविन्द्र तिवारी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। स्वामी विवेकानन्द सार्धशती के प्रान्त संयोजक डाॅ. रामदुलार सिंह ने बताया कि स्वामी विवेकानन्दजी की 150 वीं जयंती आगामी 12 जनवरी, 2013 से 12 जनवरी, 2014 तक वर्षभर स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति के माध्यम से मनाया जाएगा। स्वामीजी शक्तिदायी संदेशों को इस निमित्त अधिकाधिक लोगों तक पहुंचाने का बड़ा लक्ष्य समिति ने रखा है । ‘भारत जागो - विश्व जगाओ’ इस संकल्पना पर आधारित अनेक कार्यक्रम तथा उपक्रमों का वर्षभर आयोजन किया जाएगा । स्वामी विवेकानन्दजी की यह जयंती केवल भारत के साथ ही विश्वभर मनाया जा रहा है । देश के सभी राज्यों में इस समिति के अंतर्गत प्रान्त समितियों का गठन किया गया है । सामाजिक कार्यकर्ता, विचारक, आध्यात्मिक गुरु, स्वामी विवेकानन्द के विचारों को प्रसारित करनेवाले तथा देश के अनेक संस्था एवं समिति में सम्मिलित हो रहे हैं । 12 जनवरी, 2013 स्वामी विवेकानन्द जयन्ती के अवसर पर समिति द्वारा काशी के सभी प्रमुख शहरों तथा गांवों में भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी । 18 फरवरी, 2013 को काशी प्रान्त के महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं द्वारा सामूहिक सूर्यनमस्कार किया जाएगा । इस आयोजन में 500 से अधिक स्थानों पर सामूहिक सूर्यनमस्कार सम्पन्न होंगे। 11 सितम्बर, 2013 को स्वामी विवेकानन्दजी के शिकागो में दिए गए विश्व धर्म सम्मेलन में भाषण की स्मृति में भारत के युवाओं द्वारा ‘भारत जागो दौड़ का बृहद कार्यक्रम सम्पन्न होगा । स्वामी विवेकानन्द के 150 वे जयन्ती वर्ष में समस्त कार्यक्रम समाज में सम्पूर्ण वर्ग को जोडते हुए पांच आयामों द्वारा उत्सव रूप में मनायें जायेंगें। 1. युवा शक्ति (युवाओ का आयाम) - युवाओं के लिए आयाम विशाल युवा शक्ति (मुख्यतः 40 वर्ष से कम आयु के विद्यार्थी एवं अविद्यार्थी युवाओं पर केंद्रित) को जाग्रत कर सही दिशा देने के लिए सेवा, स्वाध्याय, सुरक्षा और स्वावलंबन । इस दिशा में युवा शक्ति को जागृत करनेवाले युवा सम्मेलन तथा युवा केन्द्रीत विभिन्न प्रतियोगिताओं आदि कार्यक्रमों का आयोजन होगा। 2. संवर्धिनी आयाम (मातृशक्तियों का आयाम) - महिलाओं के लिए आयाम राष्ट्रीय जीवन के सभी क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी बघने के लिए स्त्री क्षमता के संवर्धन और सम्मान के लिए शक्ति, संस्कार, स्वाध्याय और सेवा । 3. ग्रामायण आयाम (ग्रामीण जनों का आयाम) - ग्रामीणों के लिए आयाम देश के ग्राम आधारित विकास में ग्रामीणों के योगदान का सम्मान और उनके सम्पूर्ण विकास में सहयोग करने के लिए समरसता, सत्संग और सेवा । 4. अस्मिता आयाम (जनजातियों का आयाम) - जनजाति वर्ग (पर्वतीय एवं वनवासी क्षेत्र के लोगों के लिए आयाम) भारत की सभी जनजातियों की लोक आस्था और संस्कृति के सम्मान, संरक्षण, संवर्धन, उन्नति और अनुपालन के लिए सेवा, संस्कार, समरसता और सजगता । 5. प्रबुद्ध भारत आयाम - प्रबु़़़द्ध भारत, सामाजिक व वैचारिक नेतृत्व का आयाम के रूप में होगें। इन सभी आयामों की दृष्टि से विविध व्याख्यान, सेमिनार आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा । इन सभी प्रकार के उपक्रमों तथा कार्यक्रमों का आयोजन काशी महानगर में बहुत ही भव्यता से किया जाएगा । काशी प्रान्त समिति के संयोजक डाॅ. रामदुलार सिंह ने इस महान अवसर पर नगरवासियों को भारी संख्या में गहन आत्मियता से स्वामीजी के सार्ध शती में सहभागी होने का आह्वान किया है । प्रस्तुति: लोकनाथ, विष्व संवाद केन्द्र 63 माधवकुंज, माधव मार्केट, लंका, वाराणसी-221005

Sunday 23 December 2012

स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती समारोह समिति, काशी प्रान्त

मित्रों
सादर प्रणाम
अत्र कुशलम तत्रास्तु ! बाबा विश्वनाथ की कृपा से सदैव प्रसन्न रहें। हमें खुशी है कि पूरे भारत में स्वामी विवेकानन्द की 150वीं जयंती मनायी जा रही है। साल भर चलने वाले इन कार्यक्रमों में स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती समारोह की समितियां अखिल भारतीय और राज्य स्तरों पर स्थापित की गई हैं। अखिल भारतीय स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती समारोह का शुभारंभ 18 नवंबर 2012 को हुआ।
उत्सवों की शुरुआत 12 जनवरी 2013 को शोभायात्राओं से शुरू होगी और इसका समापन 12 जनवरी 2014 को होगा। राष्ट्र के लिए स्वामी विवेकानन्द का कार्य बहुमूल्य है। उन्होंने अपने धर्म और संस्कृति में हमारे आत्म विश्वास का पुनर्जन्म किया। उन्होंने भारत के आध्यात्मिक उद्देश्य को पूरी दुनिया में फैलाया। इस तरह 150वीं जयंती न सिर्फ उत्सव है, बल्कि वास्तव में स्वामी विवेकानन्द के देश की दूरदर्शिता के सपनों को साकार करने का अवसर प्रदान करने में मदद करना है।